बुधवार, 1 मार्च 2023

पोदार काॅलेज के विद्यार्थियों ने किया भौगोलिक भ्रमण



नवलगढ
-दी आनन्दीलाल पोदार ट्रस्ट, नवलगढ द्वारा संचालित सेठ जी. बी. पोदार काॅलेज के भूगोल एवं अंग्रजी विभाग के विद्यार्थियों द्वारा भौगोलिक भ्रमण किया गया।

भौगोलिक भ्रमण दल को पोदार ट्रस्ट के सी.ओ.ओ. श्री प्रतीक प्राषर, प्राचार्य डाॅ. सत्येन्द्र सिंह, उप-प्राचार्य डाॅ. विनोद कुमार सैनी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

भ्रमण दल ने लोहार्गल की प्राचीन बावड़ियों एवं मालकेतु, वनखंडी की पहाड़ियों का सर्वेक्षण कर प्राचीन जल स्त्रोतों, वर्षा जल उपलब्धता, वनस्पति वितरण, सतही जल संसाधनों, जैव विविधता आदि की जानकारी जुटाई। विद्यार्थियों ने चेतनदास की बावड़ी के जल स्तर, संरचना, निर्माण के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।

भूगोल विभागाध्यक्ष प्रो. शान्तिलाल जोषी ने प्राचीन जल संसाधनों के संरक्षण, वर्षा जल संरक्षण पर विद्यार्थियों को जानकारी दी। प्रो. जोषी ने बताया कि अरावली श्रृंखला राजस्थान के जल स्त्रोतों, वनस्पति विकास, जैवविविधता के लिए वरदान है, अतः हमें इन प्राकृतिक संसाधनो के संरक्षण के लिए जागरूकता के लिए कार्य करना चाहिए।

प्रो. प्रमोद कुमार ने विद्यार्थियों को बताया कि ऐतिहासिक जलस्त्रोतों की दुर्दषा ही जल संकट का सबसे बड़ा कारण है, अतः प्राचीन जलस्त्रोतों का संरक्षण करना चाहिए तथा वर्षा जल संरक्षण पर ध्यान देकर ही हम जल संकट से मुक्ति पा सकते है।

डाॅ. वी.एस. जाखड़ ने कहा कि भूगोल विषय में प्रायोगिक षिक्षण एवं सर्वेक्षण सीखने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। विद्यार्थियों द्वारा प्राचीन जल स्त्रोतों का संरक्षण एवं वर्षा जल संरक्षण की तकनीकों की जानकारी ही जल संकट का समाधान है।

भौगोलिक भ्रमण दल में प्रो. दीपक कुमार, प्रो. सुनील सैनी, प्रो. सुधीर जाँगिड़, प्रो. सुनील कुमार सहित स्नातकोतर भूगोल एवं अंग्रेजी के 32 विद्यार्थी शामिल रहे। इस दौरान विद्यार्थियों ने प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक केन्द्रों की जानकारी प्राप्त की।

दी आनन्दीलाल पोदार ट्रस्ट के चेयरमेन श्री राजीव के. पोदार, सुश्री वेदिका पोदार व अधिषाषी निदेषक श्री एम.डी. शानभाग ने भूगोल विभाग द्वारा आयोजित भौगोलिक भ्रमण की सराहना की तथा जल संरक्षण की आवष्यकता पर बल दिया।




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