शनिवार, 20 जनवरी 2024

एआई से घबराएं नहीं, कोरोना की तरह हम एआई के साथ भी जीना सीख जाएंगे


सीएसआईआर सीरी के वैज्ञानिक हुए युवाओं से रूबरू, एआई पर हुई चर्चा 

डूंडलोद. -राजस्थान युवा बोर्ड द्वारा डूंडलोद शिक्षण संस्थान डूंडलोद तथा युवा साथी संगठन के सहयोग से डूंडलोद पब्लिक स्कूल डूंडलोद में आयोजित तीन दिवसीय यूथ कॉनक्लेव-2024 अरूणिमा के दूसरे दिन भी विभिन्न सत्रों में प्रदेशभर से आए युवा विभिन्न विशेषज्ञों से रूबरू हुए। इस दौरान ना केवल युवाओं ने विशेषज्ञों को सुना, बल्कि सवाल जवाब के जरिए अपनी जिज्ञासाओं को शांत करते हुए आने वाले समय में युवाओं की जरूरत पर भी सुझाव दिए। सबसे रौचक सत्र सीएसआईआर सीरी के वैज्ञानिकों के साथ रहा। जिसमें सीरी पिलानी से आए प्रधान वैज्ञानिक प्रमोद तंवर ने प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एंड इव्येलूशन पर अपना उद्बोधन दिया। तो वहीं सीरी के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एसआई मिशन के प्रधान वैज्ञानिक संजय सिंह ने एसआई पर अपने विचार रखे। इस दौरान युवाओं ने ना केवल एआई, बल्कि इसके साथ जुड़े चेट जीपीटी, डीपफेक आदि पर भी जमकर सवाल किए। इस मौके पर संजय सिंह ने युवाओं से कहा कि वे एआई से किसी प्रकार से घबराएं नहीं। क्योंकि जिस तरह कोरोना आया तो एक बार सभी को लगा की जीवन समाप्त हो गया। 



लेकिन हम कोरोना के साथ जीना सीख गए। मानव जीवन का एक अमिट सच है कि वह हर परिस्थिति में जीना जानता है। जिंदगी को जीना उसे आता है। एआई आने से कोई परेशानी नहीं होगी। हम सब एआई के साथ जीना सीख जाएंगे। वहीं हमें इससे घबराए बिना इसके साथ जीना भी चाहिए। एआई भी वैसे ही जैसे सोशल मीडिया। जिसका दुरूपयोग हमें परेशानी में डालता है और सदुपयोग हमारे के लिए कई नए रास्ते खोलता है। उन्होंने बताया कि सरकार एआई के स्टैंडर्ड भी बना रही है। उसके बाद राह और भी आसान होगी। इस मौके पर प्रधान वैज्ञानिक संजय सिंह ने एआई से होने वाले फायदों के बारे में बताया और कहा कि अति हर चीज की बुरी है। संयमित उपयोग से फायदे ही फायदे है। वहीं प्रधान वैज्ञानिक प्रमोद तंवर ने युवा वैज्ञानिकों के लिए सीरी द्वारा आयोजित होने वाले जिज्ञासा नाम के कार्यक्रम की पूरी जानकारी दी। सीरी से आई वैज्ञानिकों की टीम के साथ शोधार्थी श्यामसुंदर, नवलकिशोर, अबीर बनर्जी व अरविंद भी शामिल थे। जिन्होंने अपने शोध कार्य से युवाओं को रूबरू करवाया। 



इससे पहले आरएसएस के क्षेत्रीय कार्यवाह जसवंत खत्री, क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख राजस्थान क्षेत्र श्रीवर्धन ने राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला और सफलता तथा सार्थकता के बीच का अंतर बताया। 



केबिनेट मंत्री खराड़ी और झाबरसिंह खर्रा आएंगे

तीन दिवसीय यूथ कॉनक्लेव-2024 अरूणिमा का समापन रविवार सुबह 10 बजे डूंडलोद पब्लिक स्कूल डूंडलोद के सभागार में होगा। यूथ कॉनक्लेव के संयोजक एवं डूंडलोद शिक्षण संस्थान के सचिव बीएल रणवां ने बताया कि समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदिवासी क्षेत्रीय विकास एवं गृह रक्षा विभाग के केबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी होंगे। अध्यक्षता यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा करेंगे। जिसमें दो दिनों तक किए गए मंथन को लेकर ड्राफ्ट की रूपरेखा सभी संभागी युवा मिलकर तय करेंगे। समापन कार्यक्रम के बाद प्रदेशभर से आए युवा संभागियों को मंडावा, नवलगढ़ और डूंडलोद की ऐतिहासिक धरोहरों का भ्रमण करवाया जाएगा। 



इनका भी हुआ संबोधन, युवाओं को कहा-लक्ष्य तय करके आगे बढो

यूथ कॉनक्लेव-2024 अरूणिमा के दूसरे दिन शनिवार को विभिन्न सत्रों के दौरान नेशनल यूथ अवार्डी सुदेश पूनियां, हंसराज खटावलिया, मनु कम्बोज के अलावा इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के स्वतंत्र निदेशक आशुतोष पंत व सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहा कम्बोज ने भी युवाओं को संबोधित किया। वक्ताओं ने अपने जीवन काल के बारे में बताते हुए युवाओं से आह्वान किया वे लक्ष्य तय करके आगे बढ़े। सफलता उनके कदम चूमेगी। साथ ही कहा कि यहां पर जो चर्चा होगी और जो परिणाम सामने आएंगे। वो ही राज्य की युवा नीति में शामिल करवाए जाएंगे। ताकि युवाओं के तय लक्ष्य में शासन प्रशासन भी एक सहयोगी के रूप में साथ नजर आए। इससे पहले सुबह योग विशेषज्ञ व सामाजिक कार्यकर्ता श्रीवर्धन द्वारा संभागी युवाओं को योगा करवाया गया। 



जलियावाला बाग बना आकर्षण का केंद्र, युवा ले रहे है सेल्फी

यूथ कॉनक्लेव-2024 अरूणिमा के चलते डूंडलोद पब्लिक स्कूल डूंडलोद के बच्चों द्वारा अमृतसर के जलियावाला बाग को एक जीवंत मॉडल की तरह प्रदर्शित किया गया है। जिसे देखकर अतिथि जहां जमकर तारीफ कर रहे है। वहीं युवाओं में हर प्वाइंट से सेल्फी लेने का क्रेज देखा जा रहा है। इस जीवंत प्रदर्शनी के गेट पर ही शहीद उधमसिंह सुनाम स्थापित किया गया है। जहां पर सभी अतिथि आकर अपने पुष्प अर्पित कर रहे है। तो जलियावाला बाग के अंदर जाने वाला रास्ता संकीर्ण रास्ता और ऐतिहासिक गली का भी चित्रण किया गया है। इसमें जलियावाला बाग की कहानी भी बताई गई है। जब जनरल डायर के आदेश पर अंग्रेजों ने 1650 राउंड फायर किए और 492 हिंदुस्तानियों को शहीद कर दिया। यहां पर सभी शहीद 492 हिंदुस्तानियों के नाम भी अंकित किए गए है। वहीं 28 जगहों पर गोलियों के निशान आज भी मौजूद है। साथ ही बाग में बने स्मारक को भी जीवंत ढंग से दर्शाया गया है। आयोजन स्थल पर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को दर्शाते हुए सरदार पटेल की एक बड़ा चित्र लगाया गया है। जो स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को जीवंत कर रहा है। 


सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने छोड़ी छाप, छात्राओं ने किया रंगीलो राजस्थान पर शानदार डांस

दो दिनों तक सांस्कृतिक संध्याओं में ना केवल स्थानीय व लोक कलाकारों ने बल्कि डूंडलोद पब्लिक स्कूल डूंडलोद तथा डूंडलोद गर्ल्स स्कूल बलवंतपुरा के विद्यार्थियों ने राजस्थानी व भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत डांस दिया। शनिवार को हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रंगीलो राजस्थान गाने पर किए गए डांस ने संभागियों को भी झूमने पर विवश कर दिया। इसके अलावा अयोध्या में हो रही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को साकार रूप देते हुए राम आएंगे गाने पर भी विद्यार्थियों ने जानदार प्रस्तुति दी।


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