पर्यटन में नवाचार और लोकसंस्कृति से गहराई से जुड़ाव के लिए मिली ये प्रतिष्ठित मान्यता
जयपुर/डूंडलोद, —राजस्थान की सांस्कृतिक धरती से निकली मल्लिका सिंह डूंडलोद को आज “इंडियन रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म स्टेट अवॉर्ड 2025” में गोल्डन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार आउटलुक मैगज़ीन और राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने पर्यटन को टिकाऊ, समावेशी और समाजोन्मुख बनाया है।
मल्लिका सिंह ने अपने पुश्तैनी गाँव डूंडलोद में पर्यटन को केवल देखने-सुनने का अनुभव नहीं रहने दिया, बल्कि उसे लोकजीवन, कारीगरी और स्वाद से जोड़ा। उन्होंने मनिहारों की चूड़ियों, कुम्हारों के घड़े और रंगरेजों की छापों को विदेशी और देशी पर्यटकों के सामने जीवंत कर दिया।
इसी के साथ, उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों के घरों में पर्यटकों के लिए भोजन का आयोजन करवा कर न केवल ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक भागीदारी बढ़ाई, बल्कि पर्यटकों को एक असल "राजस्थानी अनुभव" भी प्रदान किया।
मल्लिका एक प्रशिक्षित घुड़सवार हैं, लेकिन उन्होंने उन पर्यटकों के लिए विशेष हॉर्स बॉन्डिंग कार्यक्रम शुरू किया जो घुड़सवारी नहीं जानते। यह कार्यक्रम पर्यटकों को घोड़ों के स्वभाव, देखभाल और संवाद की विधियों से जोड़ता है – यह नवाचार भारतीय पर्यटन में एक अनोखा उदाहरण बन गया है।
मल्लिका सिंह डूंडलोद आज शेखावाटी क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान और भारत की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं। उन्होंने यह सिद्ध किया है कि लड़कियों के सपनों की कोई सीमा नहीं होती, और वे परंपरा में रहते हुए भी बदलाव की अगुआ बन सकती हैं।
एक नई सोच, एक नई दिशा — मल्लिका सिंह डूंडलोद का सफर भारत के पर्यटन मानचित्र पर एक सुनहरी छाप छोड़ रहा है।