मंगलवार, 17 अप्रैल 2018

चोरियों को खोलने में झुंझुनूं पुलिस नाकाम, सुंडा ने पूछा पुलिस लाइन की चोरी तो खोल दोगे क्या?

खबर - अरुण मूंड 
जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में भामाशाह योजना के भी सवाल उठे
झुंझुनूं। जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक मंगलवार को जिला प्रमुख सुमन रायला की अध्यक्षता में हुई। जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए। जिले में लगातार बढ़ रही चोरियों की वारदात और इन वारदातों को खोलने में पुलिस की नाकामी का सवाल जिला परिषद की बैठक में गर्मजोशी के साथ उठा। जिस पर कई देर तक बहस भी चली। बैठक में जिला परिषद सदस्य दिनेश सुंडा ने पुलिस अधिकारियों से सवाल किया कि जिले में चोरियां लगातार बढ़ रही है। वहीं पुलिस इन्हें खोल पाने में नाकाम है। ऐसे में सोमवार को ही मलसीसर कस्बा बंद रहा था तो गत दिनों ग्रामीणों ने सुलताना चौकी का भी घेराव कर बंद की चेतावनी दी थी। इसके अलावा भी कई बार जिले में चोरियों को लेकर बंद हो चुके है। इसलिए यह साफ है कि चोरियों की वारदातों से आमजन परेशान है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से इन वारदातों को खोलने के बारे में जवाब मांगा। साथ ही कहा कि उन्हें नहीं लगता कि पुलिस इस मामले में कुछ कर पाएगी। क्योंकि पुलिस लाइन में चोरी को ही पुलिस खोल नहीं पाई। जबकि इस चोरी को लेकर तो जयपुर बैठे आला अधिकारी भी मॉनेटरिंग कर रहे है। बहरहाल, बैठक में मौजूद एएसपी नरेश मीणा ने चोरियों के राजफाश करने का आश्वासन दिया। इसके अलावा सुंडा ने जिले से गायब हुए लोगों और उनके ढ़ंूढने की प्रगति के साथ-साथ ऐसे लोगों की जानकारी मांगी। जिनकी लाश को लावारिस समझकर प्रशासन ने अंतिम संस्कार करवा दिया। बैठक में सुंडा ने गर्मियों के मौसम को देखते हुए पानी की समुचित व्यवस्था करने की मांग की। साथ ही कहा कि खराब व सूखे बोरिंग व हैंडपंप को जल्द से जल्द ठीक किया जाए। साथ ही टंकियों की सफाई सुनिश्चित की जाए। बैठक में सदस्य बजरंग चारावास ने आरटीई की जानकारी मांगी। लेकिन डीईओ बैठक में मौजूद नहीं थे। ऐसे में जानकारी नहीं मिली। बैठक में बजरंग चारावास ने शिक्षा विभाग में अभि आवेदन के तहत किए गए पदस्थापनों की जानकारी मांगी। साथ ही संभावना जताई कि इस कार्य में एक रैकेट काम कर रहा है। जो भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा दे रहा है। सदस्य इंजी. प्यारेलाल ढूकिया ने मलसीसर डैम के निर्माण की जांच करवाने, जल्द से जल्द इसे शुरू करवाने तथा मंडावा विधानसभा के हरेक गांव में इसका पानी पहुंचवाने की मांग की। सदस्य ताराचंद गुप्ता ने निश्चित समय के बाद भी शराब के ठेके खुले होने का मामला उठाया और शहर की दो दुकानों की जांच करवाने की मांग की। चर्चा में मंडावा विधायक नरेंद्रकुमार, उप जिला प्रमुख बनवारीलाल सैनी, अलसीसर प्रधान गिरधारीलाल खीचड़, सूरजगढ़ प्रधान सुभाष पूनियां, सदस्य सोमवीर लांबा, सेहीराम गुर्जर, सुमित्रा, सिलोचना सोलाना, राजेंद्र केड व सरोज श्योराण आदि ने भी हिस्सा लिया। बैठक में सदस्यों के सवालों का जवाब देने के लिए एडीएम एमआर बागडिय़ा, सीईओ जेपी बुनकर, एसीईओ प्रतिष्ठा पिलानियां, अजमेर डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर जेएस मांजू, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक विप्लव न्यौला, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग पवन पूनियां, श्रम कल्याण अधिकारी अरूणा शर्मा, सीएमएचओ डॉ. सुभाष खोलिया, डीएसओ सुभाषचंद्र आदि मौजूद थे।
सरकारी अस्पतालों से ऑपरेशन केस प्राइवेट में रैफर करने का संदेह, मांगी जानकारी
बैठक में जिला परिषद सदस्य दिनेश सुंडा ने कहा कि कई बार सामने आया है कि मरीज ऑपरेशन के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती होता है। लेकिन उस मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है और दूसरे दिन वही मरीज भामाशाह योजना के तहत संबद्ध प्राइवेट अस्पताल में अपना ऑपरेशन करवाता है। इस तरह सरकारी और प्राइवेट तंत्र मिलकर भामाशाह योजना के तहत मोटे तौर पर कमाई में लगे हुए है। जबकि ये ऑपरेशन सरकारी अस्पतालों में भी संभव है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि इस योजना के बाद चिकित्सक सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन करने में कम रूचि दिखाते है। प्राइवेट अस्पतालों में ऑपरेशन करवाकर भारी भरकम बिल सरकार से उठाया जा रहा है।  सुंडा ने सीएमएचओ से ऐसे मरीजों की सूची मांगी है जो भर्ती तो सरकारी अस्पताल में हुए थे। लेकिन उन्हें छुट्टी दे दी गई और एक-दो दिन बाद ही उनका ऑपरेशन भामाशाह योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों में किया गया। साथ ही उन्होंने डेपुटेशन नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार का मामला भी उठाया। गत बैठकों मेें बायो वेस्ट को समय से नहीं उठाने पर ठेकेदार का सवाल भी सुंडा ने उठाया था। जिस पर मंगलवार को ठेकेदार एनजीओ के प्रतिनिधि बैठक में पहुंचे और उन्होंने कहा कि वे हर दिन चार वाहनों से अस्पतालों से बायो वेस्ट उठाते है। इस पर सुंडा ने इन वाहनों और इनके चालकों की जानकारी मांगी।

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