गुरुवार, 26 जुलाई 2018

नेकी करना तीन लोगो को पड़ा भारी

खबर - पवन शर्मा 
तेज रफ़्तार पिकअप ने मारी टक्कर तीन जनो की हुई मौत 
सूरजगढ़ । कस्बे के बुहाना रोड पर बुधवार देर रात्री हुए भीषण सड़क हादसे में तीन लोगो की मौत हो गई व दो लोग घायल हो गए। जानकारी के अनुसार बुधवार रात्री पौने दस बजे के करीब काकोडा गांव निवासी कुंदनसिंह बाइक से गांव लोट रहा था इसी दौरान लोटिया मोड़ के पास उसकी बाइक असंतुलित होकर पलट गई जिसमे वह घायल हो कर सड़क पर गिर गया उस समय  वहां से गुजर रहे वार्ड पांच निवासी नरजीत पायल ,बाइक सवार लोटिया गांव निवासी दीपक सोनी और बड़बर से सूरजगढ़ की ओर आ रहे दरिया सिंह कुमावत,महिपाल सिंह घायल दरियासिंह को  बचाने के लिए उसके पास गए उसी दौरान तेज रफ़्तार में आई पिकअप के चालक उन लोगो को टक्कर मार दी जिसमें दरियासिंह ,दीपक सोनी ,नरजीत की मौके पर ही मौत हो गई वही कुंदनसिंह व महिपाल घायल हो गए। वही हादसा कर भागते समय पिकअप चालक की पिकअप भी घटना स्थल के थोड़ी दूर चलने पर एक खेत की तारबंदी में उलझ कर फस गई जिसके बाद चालक पिकअप छोड़कर मौके से फरार हो गया। इधर घटना की सूचना मिलने पर थानाधिकारी कमलेश चौधरी व जीवन ज्योति रक्षा समिति की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को निजी व सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जहां से दोनों घायलों को झुंझुनू के बीडीके अस्पताल रैफर कर दिया। थानाअधिकारी कमलेश चौधरी से मिले निर्देशों के बाद पुलिस कर्मियों ने सरकारी अस्पताल में मोर्चरी नहीं होने पर मृतकों के शवों को चिड़ावा के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखाया। इधर हादसे की सूचना मिलने पर विधायक श्रवण कुमार भी रात्री को ही सरकारी अस्पताल पहुंचे और हादसे के शिकार हुए मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए उन्हें मामले उचित कार्रवाई कराने का आश्वाशन दिया। गुरुवार को पुलिस ने चिड़ावा के सरकारी अस्पताल में मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करा परिजनों के सुपुर्द कर दिया। थानाधिकारी कमलेश चौधरी ने बताया की हादसे में मृतक दरिया सिंह के भतीजे बड़बर निवासी राजेश कुमावत ने पिकअप चालक के खिलाफ तेज गति व लापरवाही से गाडी चलाकर टक्कर मारने का मुकदमा दर्ज कराया है। 

मोर्चरी का निर्माण कब 
सूरजगढ़ उपखंड मुख्यालय पर बनी एक मात्र सीएचसी में मोर्चरी नहीं होने से यहां की जनता को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। बुधवार रात्री हुए हादसे में मृतकों के शव रखने की समस्या से एक बार फिर पुलिस व मृतकों के परिजनो को सामना करना पड़ा। एक तो परिवार ने अपने चिराग खोये उस पर उनके शव को लेकर भी परिजनों को भटकना पड़ा। पुलिस ने सूरजगढ़ से 12 किलोमीटर दूर चिड़ावा के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में मृतकों के शवों को रखाया। सूरजगढ़ सरकारी अस्पताल में मोर्चरी के लिए यहां के लोग सांसद ,विधायक से लेकर मंत्रियो तक भी गुहार लगा चुके है। लेकिन उनकी समस्या का समाधान होना काफी दूर दिखाई देता है। पंचायत समिति की बैठकों में भी जन प्रतिनिधि इस मामले को उठा चुके है लेकिन अभी तक चिकित्सा विभाग इस पर कोई संज्ञान नहीं ले पाया है। आखिर कब तक क्षेत्र की जनता जनप्रतिनिधयों व चिकित्सा विभाग की उदासीनता का दंश झेलती रहेगी।   

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