मंगलवार, 31 जुलाई 2018

हम पुराने साहित्यकारों को भूलते जा रहे हैं- सही राम दोराता

खबर - जयंत खांखरा 
खेतड़ी -कस्बे के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सार्वजनिक पुस्तकालय में सोमवार को प्रसिद्ध साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद की 139 वी जयंती मनाई ,व उनके प्रसिद्ध साहित्य व पुस्तकों की प्रदर्शनी पुस्तकालय परिसर में लगाई गई ।सर्वप्रथम मुख्य अतिथि सहीराम दोराता ,कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रघुनंदन शाह, उप ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार ,उप कोषाधिकारी गुलजारीलाल ,शिव कुमार पाठक, भारती भाई व सुमन देवी  ने मां सरस्वती और मुंशी प्रेमचंद्र के चित्र पर  दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित किए। इस मौके पर सहीराम दोराता ने पुस्तकालय में पाठकों की कमी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि आज के आधुनिक युग में जब लोग इंटरनेट का उपयोग अधिक कर रहे हैं ऐसे में पुस्तकालय में पाठक कम होते जा रहे हैं अब समय आ गया है कि पुस्तकालयों को भी अपने  ग्रेड किया जाना चाहिए जिससे लोग इंटरनेट के जरिए ऐसी पुराने पुस्तकालयों के पाठक बन सके। उन्होंने पुस्तकालय को इन्वर्टर देने की घोषणा की। वहीं भारतीय भाई ने आगंतुकों को संबोधित करते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचंद अपने कहानियों और साहित्य का उस जमाने में भी सचित्र वर्णन करते थे जो आज भी पढ़ने वालों को नया ही नजर आता है। मुंशी प्रेमचंद हृदय सम्राट थे। वे ग्रामीण भारत की अंतरात्मा थी। उन्होंने कई महत्वपूर्ण रचनाएं लिखी जो आज भी लोगों को यथार्थ का परिचय करवाते हैं जैसे ईदगाह, नमक का दरोगा, कफन। इस मौके पर अमर चंद शर्मा, विजेश नायक, अली मोहम्मद, रामस्वरूप महारानियां ,सुरेश राजपूत ,रुबीना बानो, नागरमल सैनी सहित कई लोग उपस्थित रहे।

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