शनिवार, 11 अगस्त 2018

चिकित्सक सम्मेलन भीलवाडा के रणबंका रिसोर्ट में शनिवार 11 अगस्त को

खबर - पंकज पोरवाल 
भीलवाडा। उत्तरी भारत के प्रमुख चिकित्सा संस्थान महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर की ओर से पूरे राज्य भर में जागरूकता तथा वैज्ञानिक कार्यक्रम किये जा रहे हैं। इससे जहां आम जनता में बीमारियों के बारे में जानकारी बढेगी वहीं चिकित्सकों को नई से नई तकनीकों की जानकारी पहुंच सकेगी। ऐसा ही एक चिकित्सक सम्मेलन भीलवाडा के रणबंका रिसोर्ट में शनिवार  11 अगस्त को आयोजित किया जा रहा है जिसमें जिले भर के दो सौ से अधिक चिकित्सक हिस्सा लेंगे। डाॅक्टर्स काॅन्फे्रस में एम्स नई दिल्ली के निदेषक रहे तीन सुपर स्पेषियलिस्ट डाॅ. एम सी मिश्रा, डाॅ. बी एस शर्मा, व डाॅ बलराम एरन अत्याधुनिक तकनीकों से स्थानीय चिकित्सकों को अवगत करायेंगे। यह जानकारी महात्मा गांधी अस्पताल के मार्केंटिंग एवं जन सम्पर्क निदेषक वीरेन्द्र पारीक ने निजी रिसोर्ट में आयोजित प्रेस कांन्फ्रेन्स में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए दी। महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर के चेयरमैन डाॅ. प्रो. डाॅ. एमएल स्वर्णकार के अनुसार यहां सर्वाधिक किडनी ट्रांसप्लान्ट हो चुके है जो कि उत्तरी भारत में दूसरे स्थान पर है। एक ही अस्पताल में हार्ट, लंग्स, लिवर, पैंक्रियाज ट्रांसप्लान्ट का उत्तरी भारत में कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि अब तक अस्पताल में 13 ब्रेन डेड रोगियों के जरिये 44 अंग दान किये गये हैं। यह संख्या समूचे राज्य में हुए अंगदान की लगभग आधी है। अस्पताल में राज्य का पहला कैडेवर अंगदान, पहला कैडेवर किडनी प्रत्यारोपण, पहला हार्ट ट्रांसप्लांट, पहला लिवर ट्रांसप्लांट, पहला हार्ट व लंग्स ट्रांसप्लांट, लिविंग डोनर लिवर ट्रांसप्लांट व पेन्क्रियास ट्रांसप्लांट हुआ। इसके जरिये अस्पताल ने उत्तर भारत के प्रमुख अंग प्रत्यारोपण केंद्र के रूप में पहचान बनाई है तथा राज्य का नेतृत्व भी किया है। डाॅ. स्वर्णकार के अनुसार अब तक अस्पताल में दो हार्ट ट्रांसप्लांट, 11 कैडेवर व 2 लिविंग डोनर लिवर ट्रांसप्लांटए 25 कैडेवर किडनी ट्रांसप्लांट, 1 पेन्क्रियाज व कुल 552 किडनी प्रत्यारोपण किये गए हैं जिनकी सफलता दर विश्व स्तरीय रही है। उन्होंने बताया कि राज्य मे महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर राज्य का एकमात्र ऐसा अस्पताल है जहां सभी अंगों के प्रत्यारोपण की राज्य सरकार से स्वीकृति प्राप्त है। एम्स नई दिल्ली में न्यूरो सर्जरी एवं साइसंसेज विभाग के पूर्व निदेशक एवं वर्तमान में महात्मा गांधी अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डाॅ. बी एस शर्मा ने बताया कि ब्रेन व स्पाइन सर्जरी आसान व सुरक्षित हो गई है। ब्रेन ट्यूमर व स्पाइन आॅपरेषन दूरबीन तकनीक द्वारा किये जा रहे हैं। जिनके नतीजे अधिक सफल हो रहे हैं। आॅपरेशन की सफलता की जांच के लिए राज्य की पहली इन्ट्रा आॅपरेटिव सीटी स्कैन मशीन लगाई गई है जो आॅपरेषन खत्म होने से पहले उसकी सफला की जानकारी दे देती है। डाॅ. शर्मा ने बताया कि न्यूरो स्पाइन सर्जरी से अब डरने की जरूरत नहीं रही। राज्य में इसकी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ तकनीक मौजूद है। एम्स नई दिल्ली के निदेषक तथा वर्तमान में महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर के वाइस चांसलर सुविख्यात एण्डोक्राइन व लेप्रोस्कोपिक सर्जन डाॅ. एम सी मिश्रा के अनुसार राज्य में आॅपरेषन के दौरान दूरबीन तकनीक का प्रयोग कम हो रहा है। हर्निया, गाॅल ब्लैडर व अपेंडिक्स जैसे आॅपरेषन भी यहां के ज्यादातर अस्पतालों में बडे चीरे से किये जा रहे हैं। दूरबीन सर्जरी के फायदे बताते हुए उन्होंने जानकारी दी कि यह पेषेंट फ्रैंडली तकनीक होती है जिसमें चीरा छोटा लगता है, ख्ूान का रिसाव व दर्द कम होता है। रोगी जल्दी सामान्य हो जाता है। डाॅ. मिश्रा ने कहा कि दूरबीन तकनीक के लिए चिकित्सकों का प्रषिक्षण व लेप्रोस्कोप की आवष्यकता होती है। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर जैसे बडे अस्पतालों में आजकल ब्लड लैस या कम रक्त रिसाव वाली सर्जरी की जा रही है। इस अवसर पर गणेष उत्सव प्रबन्ध एवं सेवा समिति के महावीर समदानी ने कहा कि महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर द्वारा भीलवाडा का अब तक का सबसे बडा सुपर स्पेषियलिटी स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बीस से अधिक सुपर स्पेषियलिस्ट हिस्सा ले रहे हैं। महात्मा गांधी अस्पताल के नामवर चिकित्सक अपने अनुभव शेयर करेंगे। 12 अगस्त को विषाल निःशुल्क स्वास्थ्य मेले शहर के राजीव गांधी आॅडिटोरियम में प्रातः 10 से दोपहर 2 बजे तक आयोजन होगा जिसमें एण्डोक्राइन लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के डाॅ. एमसी मिश्रा, न्यूरो सर्जन डाॅ. बीएस षर्मा, हृदय शल्य चिकित्सक डाॅ. बुद्धादित्य चक्रवती, हृदय विषेषज्ञ डाॅ. दीपेष अग्रवाल, न्यूरोलोजी के  डाॅ. गौरव गोयल, यूरोलोजी के डाॅ. एच एल गुप्ता, पेट, आंत एवं लिवर रोग विषेषज्ञ डाॅ. रजत भार्गव, लिवर प्रत्यारोपण व हिपेटो-बिलियरी सर्जरी विषेषज्ञ डाॅ. आनन्द नागर, स्त्री रोग के षल्य चिकित्सक डाॅ. फणेन्द्र भारद्वाज, मधुमेह एवं हार्मोन रोग के डाॅ. राजीव कासलीवाल, प्लास्टिक सर्जरी के डाॅ. बुद्धिप्रकाष षर्मा, कैंसर सर्जन  डाॅ. दिनेष यादव, कान, नाक एवं गला रोग के डाॅ. तरूण ओझा, जनरल मेडिसन के डाॅ. पुनीत रिझवानी, षिषु एवं बाल रोग के डाॅ. मुनीष कक्कड, चर्म एवं यौन रोग के डाॅ. अरविन्द वर्मा, नेत्र रोग के डाॅ. चेतन्य गुप्ता अपनी सेवाएं देंगे। जगदीष कोगटा ने बताया कि रविवार को महात्मा गांधी अस्प्ताल जयपुर के सहयोग से 15 अगस्त के अवसर पर देषभक्ति नृत्य, गीत से ओतप्रोत सांस्कृतिक संध्या सुर भारती का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सुविख्यात म्यूजिकल ग्रुप द्वारा प्रस्तुतियां दी जायेंगी।

निःसंतान निवारण परामर्श शिविर:

  वीरेन्द्र पारीक ने बताया कि इसी प्रकार से निः संतान दम्पतियों के रोग के परामर्श के लिए जयपुर फर्टिलिटी के निदेशक व निःसंतानता रोग विशेषज्ञ डाॅ. विकास स्वर्णकार भीलवाडा शहर के के पी डाइग्नोस्टिक पर रविवार को प्रातः 10 से 2 बजे तक परामर्श करेंगे।

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