रविवार, 19 अगस्त 2018

सुरेश मीणा किशोरपुरा ने भाई सुधीर मीणा की पुञी का धूमधाम से मनाया जन्मोत्सव, गाजे-बाजे के साथ किया कुआं पूजन

खबर - विकास कनवा 
सञह दिन की शिवांगी के जन्मोत्सव पर डीजे की धुन पर झूम उठे ग्रामीण
गांव के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा आयोजन
किशोरपुरा ने अपने घर से की अनूठी पहल
उदयपुरवाटी:-कुछ लोगो की सक्रिय सोच एंव मानवीय दृष्टिकोण की रोशनी में समूचा इलाका और जमाना राह ढूंढता है वही इंसान की उच्च सोच-विचार जमाने की भीड़ से अलग करते है ऐसे लोग दूसरों को प्रेरणा देने के कारण एक अनुकरणीय उदाहरण बन जाते है ऐसा ही एक अनूठा कार्यक्रम बेटी बचाओ बेटी पढाओं भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान को कारगर साबित करने के लिए एक अनूठी मिशाल अपने खुद के घर से कायम की है ये शख्स है किशोरपुरा निवासी और आदिवासी श्री मीनसेना के प्रमुख एंव प्रदेश के दलित-आदिवासी नेता सुरेश मीणा किशोरपुरा ने गत तीस जुलाई को सुरेश के अनूज भाई एंव कांग्रेस पार्टी जनजाति विभाग के प्रदेश सचिव सुधीर मीणा किशोरपुरा के पुञी का जन्म हुआ जिसके बाद से लड़का ओर लड़की के भेद को खत्म करने का संदेश देते हुए लगातार खुशीया मनाई जा रही है! सावण के प्रथम सोमवार को जन्मी पुृञी का नाम शिवांगी रखा गया है आज जन्म के सञहवें दिन अबोध बच्ची व माता ज्योति मीणा रा गाजे-बाजे के साथ बाकायदा ग्रामीण महिला व पुरुषों ने नाचते-गाते बड़े ही धूमधाम से जूलूस निकालकर कुआं पूजन कराया साथ ही बेटी है अनमोल रत्न उसे बचाओं करो जतन जैसे नारो के साथ गांव भर में मिठाईंया बटवाई! किशोरपुरा ग्राम पंचायत में यह पहला अवसर था कि किसी बेटी के जन्मोत्सव पर इतनी बड़ी तादाद में खुशीया मनाने लोग उमड़े बताया जाता है कि सुबह दस बजे से चला यह नाच-गाने का प्रोग्राम देर राञी तक जारी रहा! लोगो का मुंह मीठा करवाने के लिए करीब सात हजार रसगुल्लो के पीस मंगवाए गये! बच्ची की बड़ी मम्मी कांग्रेस सेवादल की महिला जिलाध्यक्ष चंदा मीणा ने बालिका को प्रकृति का उपहार मानते हुए दो घरों को राेशन करने वाली साक्षात लक्ष्मी बताया है श्री मीनसेना अध्यक्ष सुरेश मीणा किशोरपुरा एंव उनके पिता समाजसेवी महावीर प्रसाद मीणा ने बालिका को घर का चिराग बताते हुए नारी बिना घर सुनसान सा बताया उनका कहना था कि नारी बीन नर शून्य, नारी प्रेरक प्राण नारी है संजीवनी! जब-जब नर प्रिय प्राण! इसलिए लड़किया कही भी लड़के से कम नही है वही बालिका शिवांगी की दादी मां और जिला प्रदेश देश में बेस्ट अवार्ड प्राप्त पूर्व सरपंच बिमला मीणा ने कहा कि आज इस आपाधापी के युग में बेटें की चाह में कुछ दम्पति अपने होने वाली संतान को पैदा होने से पहले ही गर्भ में नष्ट कर देते है! इस अनूठे ऐतिहासिक शानदार सूक्ष्म कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गांव के लोग व संत-महात्मा बेटी बचाओं अभियान को प्रोत्हासन देने पहुचे!

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