शनिवार, 29 सितंबर 2018

केंसर मुक्त भारत निर्माण के लिए सभी को एकजुट होकर आगे आना होगा: चोधरी

खबर - पंकज पोरवाल 
रायला नवग्रह आश्रम में रोगोपचार के लिए आयुष्मान भव पुस्तिका का लोकार्पण
असाध्य रोगों का उपचार करने का केंद्र बना नवग्रह आश्रम, टोल फ्री नंबर सेवा भी प्रांरभ
भीलवाड़ा । जिले के रायला के निकट स्थित श्रीनवग्रह आश्रम सेवा संस्थान इन दिनों देश भर में केंसर रोक के निवारण का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। यहां की खासियत यह है कि यहां केंसर रोगियों का उपचार बिलकुल निःशुल्क किया जाता है। शनिवार को आश्रम में केंसर सहित अन्य सैकड़ों रोगियों की मौजूदगी आश्रम द्वारा केंसर सहित अन्य बिमारियों के रोगोपचार के संबंध में आयुर्वेद पद्वति से उपचार के बारे में तैयार की पुस्तक आयुष्मान भव का लोकार्पण किया गया। इस पुस्तिका के माध्यम से रोगियों को बिमारियों को जड़मूल से नष्ट करने, उनके उपचार और सावधानियों के बारे में बताया गया है। आश्रम के संचालक वैद्य हंसराज चैधरी ने इस पुस्तिका का संपादन तैयार कर मुद्रण कराया है। इसे आम लोगों को उपलब्ध कराया जायेगा। आश्रम परिसर में सैकड़ों रोगियों की मौजूदगी में आयोजित समारोह में संचालक वैद्य हंसराज चैधरी, रसधारा भीलवाड़ा के ख्याति प्राप्त कलाकार गोपाल आचार्य, बाल सेवा समिति के राजीव जैन, विजयपाल वर्मा, राजेश शर्मा, गोपाल पारीक, प्रकाश, वाजपेयी, चिकित्सक टीम के सदस्य डा. शिवशंकर राड और डा. प्रदीप कुमार, डा. प्रदीप, संचिना कला संस्थान के अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक, जीव दया सेवा समिति के संयोजक अत्तू खां कायमखानी, सामाजिक कार्यकर्ता नारायणलाल भदाला, शंकर जाट, मुकेश जाट, दिनेश जाट, कैंसर सैनिक सुरेंद्र सिंह सहित आगुंतक अतिथियों व रोगियों ने एक साथ पुस्तिका का लोर्कापण किया। अतिथियों ने कहा कि आज के भौतिकवाद के दौर में केंसर जैसी दर्जनों बिमारियों का उपचार करने का सुअवसर प्राप्त कर नवग्रह आश्रम देश भर में प्रसिद्वी पा चुका है। संचालक हंसराज चैधरी मानवता की प्रतिमूर्ति बनकर जिस प्रकार से मरीजों की सेवा कर रहे है वो निश्चित रूप से सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। उन्होंने कहा कि सेवा करना ही सनातन संस्कृति का परिचायक है। उन्होंने पुस्तक में अपने अनुुभवों को संग्रहित किया हैं उन्होंने बताया कि रोगियों के लिए यह सहयोगी साबित होगी। उनकी सेवा भाव के कारण देश भर के कई विद्वान संत तक यहां पहुंच कर मरीजों को न केवल आर्शिवाद देते है वरन इसे ही सुख का सागर मानते है। उल्लेखनीय है कि यहां स्थापित आश्रम से इन दिनों 29 विभिन्न असाध्य रोगों का उपचार वानस्पतिक व आयुर्वेद पद्वति से किया जा रहा है। प्रति शनिवार व रविवार को यहां मरीजों का हुजूम लगता है। इसे देश में असाध्य रोगों के उपचार केंद्र की संज्ञा भी दी जा सकती है। विभिन्न रोगों के उपचार के लिए देश विदेश के 410 प्रकार की औषधीय प्रजातियों के पौधे यहां लगे है। 
नवग्रह आश्रम में टोल फ्री नंबर सेवा भी प्रांरभ-
 नवग्रह आश्रम का टोल फ्री नंबर भी लांच कर दिया गया है। जिले में किसी भी संस्थान में यह पहला टोल फ्री नंबर सेवा देने वाला संस्थान बना है। यहां के टोल फ्री नबर 8448449569 है। इस नंबर पर प्रातः 8 बजे से सांय 6 बजे तक देश व दुनियां से कहीं से भी बिना शुल्क से आसानी से बात संभव हो सकेगी। 


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