शुक्रवार, 9 नवंबर 2018

संघर्ष के बाद मिली सफलता देती है युवाओं को प्रेरणा

आरजेएस परीक्षा में चयनित सुरेश कुमार का घांघू में ग्रामीणों की ओर से हुआ स्वागत
घांघू। कड़े संघर्ष के बाद राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा 2017 में सफल होकर देशभर में चर्चा एवं प्रेरणा का केंद्र बने शेरड़ा, भादरा के युवा सुरेश कुमार का गुरुवार को घांघू में ग्रामीणों की ओर से सम्मान किया गया।
वयोवृद्ध ग्रामीण मनोहरी देवी की अध्यक्षता में हुए सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर पारीक ने कहा कि अच्छी बात है कि चूरू में प्रो. महावीर सिंह यादव की परम्परा का निर्वहन हो रहा है और उनकी प्रेरणा से विधि के क्षेत्र में युवाओं की सफलता का सिलसिला लगातार जारी है। उन्होंने सुरेश की लगन, मेहनत और मृदुल व्यवहार की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने लंबे संघर्ष के बावजूद हार नहीं मानी और साबित कर दिया कि हारता केवल वही है, जो उम्मीद छोड़ देता है।
चूरू के गोयनका स्कूल के प्रधानाचार्य कासम अली ने कहा कि सुरेश के संघर्ष की कहानी प्रेरणा देने वाली है। ग्रामीण युवाओं को इनसे प्रेरणा लेकर अपना एक लक्ष्य स्थापित कर उसके लिए सतत प्रयास करने चाहिए। 
शिक्षा विभाग के वरिष्ठ विधि अधिकारी महेंद्र सैनी ने कहा कि विधि एवं कानून के क्षेत्र में कैरियर की अपार संभावनाएं हैं और खासकर चूरू अंचल के युवाओं के लिए एक बेहतर वातावरण बना हुआ है। ग्रामीण युवाओं को इस दिशा में कोशिश करनी चाहिए। इस क्षेत्र में आकर समाज और देश की सेवा के बेहतर विकल्प मिलते हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता महावीर नेहरा ने कहा कि निस्संदेह सुरेश की सफलता ग्रामीण युवाओं को प्रेरणा देगी। उन्होंने विधि के क्षेत्र में प्रेरणास्रोत बने चंद्रशेखर पारीक, महेंद्र सैनी और सुरेश कुमार से अनुरोध किया कि वे भविष्य में भी युवाओं का मार्गदर्शन करते रहें ताकि क्षेत्र को इस दिशा में और बेहतरी मिल सके।
संचालन करते हुए युवा लेखक कुमार अजय ने कहा कि उन्होंने सुरेश के संघर्ष को बहुत पास रहकर महसूस किया है और उनके समर्पण व सेवाभाव के साक्षी हैं। एक समर्पण के साथ लगातार मेहनत करने वाले व्यक्ति कभी हारते नहीं हैं। 
अभिनंदन से अभिभूत सुरेश ने कहा कि संघर्ष लंबा जरूर था लेकिन मेरे बड़े भाई के आशीर्वाद, चंद्रशेखर पारीक और प्रो. आरपी वर्मा जैसे व्यक्तियों के सान्निध्य ने इस सफर को बहुत आसान बनाया है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे एक बड़ा लक्ष्य लेकर तैयारी करें और इसे ध्येयवाक्य बनाकर अध्ययन करें कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है और सफलता का कोई शाॅर्टकट।
इस मौके पर मौजूद समस्त ग्रामीणों ने माल्यार्पण का आरजेएस सुरेश व चंद्रशेखर पारीक का स्वागत किया। इस दौरान राशमी में अभियोजन अधिकारी अविनाश चांगल, पूर्व सरपंच नाथी देवी, पूर्व सरपंच लक्ष्मीनारायण जांगिड़, बजरंग लाल पारीक, अधिवक्ता रमेश स्वामी, एलआईसी विकास अधिकारी श्योराम पायल, डाॅ मनफूल कस्वां, रामकरण रेवाड़, नेमीचंद जांगिड़, रामसिंह सिहाग, एथलीट हरफूल सिंह रेवाड़, भोळू खां, हेमंत कस्वां, आजम खां, सांवर मल रेवाड़, चेतन लाल जांगिड़, केसरदेव गुरी, बीरबल नोखवाल, संजय कुमार, सांवर मल जांगिड़, सौरव नेहरा, विजेंद्र सिहाग, कमल रक्षक, हसन, शराकत अली, सुरेंद्र बाबल, राजेंद्र फगेड़िया, नानूराम सिहाग, विजय सिंह भांभू, अभय नेहरा, महादेव प्रसाद जांगिड़, गिरधारी लाल बरड़, राकेश फगेड़िया, सुभाष प्रजापत, महेंद्र फगेड़िया, रामचंद्र, मनफूल, विपिन सहित बड़ी संख्या में मौजीज ग्रामीण एवं युवा मौजूद थे। 


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